खबर लहरिया चित्रकूट जघा-जघा हवै बिजली के समस्या

जघा-जघा हवै बिजली के समस्या

टूट हवै बिजली के खम्भा

टूट हवै बिजली के खम्भा

जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, कस्बा सरैंया। हिंया बिजली कटौती लगभग दुइ बरस से होत हवै। बिजली कटौती खतम करैं खातिर कइयौ दरकी बिजली विभाग मा कहा गा, पै कउनौ ध्यान नहीं दीन जात हवै।
कस्बा के मुन्नी लाल, भुल्ली, प्रेमा अउर दशोदा का कहब हवै कि बिजली बिना कउनौ भी काम करैं मा समस्या होत हवै। रात मा कीरा पतीरा का डेर बना रहत हवै। बिजली विभाग वाले बिल तौ बराबर भेजत हवैं, पै बिजली नहीं देत।
मानिकपुर बिजली विभाग के जेई सुनील कुमार पटेल का कहब हवै कि बिजली हर जिला से ज्यादा चित्रकूट जिला मा रहत हवै। मड़ई यहिनतान कहत हवैं।
ब्लाक कर्वी, कस्बा सीतापुर। हिंया बिजली कटौती एक बरस से बहुतै ज्यादा होत हवै। यहै से या समस्या से हजारन मड़ई जूझत हवैं। बिजली कटौती खतम होय का नाम नहीं आवत।
कस्बा के अरूण अउर रामू समेत दस लोगन का कहब हवै कि बिजली नहीं रहत हवै। रात दिन आंख मिचैली करत हवै। या समय बच्चन के परीक्षा चलत हवै। सरकार एक कइती कहत हवै कि बच्चन का पढ़ाउव बहुतै जरूरी हवै, पै जबै बिजली न रही तौ कसत बच्चा पढि़हैं। अगर बच्चन से कहा जात हवै कि पढ़ लेव हवैं तौ कहि देत हवैं कि का अंधियारे मा पढ़ी। बिजली कटौती खतम होब जरूरी हवै।

कर्वी बिजली विभाग के जेई शैलेन्द्र चन्द्र शर्मा का कहब हवै कि बिजली बराबर दीन जात हवै। मड़ई हमेशा यहै कहत हवै कि बिजली कटौती होत हवै तौ यहिके खातिर का कीन जई।
ब्लाक रामनगर, कस्बा रामनगर। हिंया बिजली का खम्भा एक महीना से टूट गा हवै, पै कउनौ ध्यान नहीं देत आय। कउनौ गाड़ी वाला अधियारें मा खम्भा से टकरा दिहिस हवै। या से खम्भा बीच से बिल्कुल टूट लटका हवै, पै बिजली विभाग वाले कउनौ ध्यान नहीं देत आहीं। या कारन जमीन मा तार परे हवैं। या बात बताइन कस्बा के रमेश, कुसमा सम्भी समेत दसन मड़ई।
बिजली विभाग के जेई सुनील कुमार का कहब हवै कि अबै तक रामनगर के खम्भा वाली दरखास नहीं आई आय। अगर परेशानी हवै तौ मड़इन का तुरतै शिकायत करैं का चाही।

रमेश अउर कुसमा बताइन कि एक महीना से बिजली का खम्भा बीच सड़क का टूट हवै। हिंया से रोजै अधिकारी अउर करमचारी निकरत हवै, पै अबै तक नहीं बना आय। दुसरेन के हिंया से बिजली लें का परत हवै। प्रधान से कहे हन पै कुछ ध्यान नहीं देत आय।
प्रधान कामता प्रसाद का कहब हवै कि बिजली के जिम्मेदारी मोर नहीं आय। या तौ बिजली विभाग के जिम्मेदारी आय। यहिमा मैं का कइ सकत हौं। बिजली विभाग वाले खम्भा लगा सकत हवैं।