खबर लहरिया चित्रकूट पहिले विकास, बाद मा वोट

पहिले विकास, बाद मा वोट

चित्रकूट जिला मा लोकसभा चुनाव 30 अप्रैल 2014 का होइ। या चुनाव का लइके अगर बात कीन जाये तौ पता लागत हवै कि या दरकी जनता कउनौ भी पार्टी वालेन का वोट दें खातिर तैयार नहीं हवै।
यहिका उदाहरण ब्लाक मऊ, गांव तिलौली मजरा चंदई अउर मानिकपुर ब्लाक का कस्बा मारकुण्डी के पुरवा किहुनिया का हवै।
पहिले बात करित हन तिलौली गांव का मजरा चंदई के। या पुरवा मा मड़ई 22 मार्च 2014 का लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करिन हवैं। काहे से कि पुरवा मा लगभग पचास बरस से विकास के समस्या से मड़ई जूझत हवैं। देखैं खातिर बिजली के खम्भा तौ लाग हवैं, पै ट्रान्सफारमर आजौ तक नहीं लाग हवै। इं विकास जइसे जनता के समस्या का नेता अउर मंत्री आम समस्या समझत हवैं। जबैकि चुनाव के समय नेता मंत्री वोट लें खातिर उंई गावंन मा जात हवैं जहां कत्तौं नहीं जात हवैं अउर झूठै वादा करत हवैं कि हमका वोट देहौ तौ सड़क, पानी अउर बिजली जइसे कि समस्या जल्दी खतम कीन जई, पै जीतैं के बाद नेता मंत्री आपन कीनगे वादा का भूल जात हवैं।
चाहे जउन पार्टी वाले होय उनका जनता के समस्या खतम करैं के कोशिश करैं के जरूरत हवै। तबहिने जनता भी अपने उम्मीदवार का जीतावैं खातिर वोट भी दइ सकत हवै। या बात का नेता अउर मंत्रिन का ध्यान दें के जरूरत हवै। नहीं तौ वइसेन होइ जइसे कि किहुनिया पुरवा अउर चंदई गांव का हवै। हिंया के मड़ई भी यहै कहत हवैं कि पहिले विकास बाद मा वोट।